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रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : सहबा लखनवी

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : अतीक़ुर्रहमान ज़िक्रुर्रहमान ताजिरान-ए-कुतुब, भोपाल

प्रकाशन वर्ष : 1943

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : नज़्म

पृष्ठ : 135

सहयोगी : सौलत पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर (यू. पी.)

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लेखक: परिचय

सहबा लखनवी एक अच्छे शायर और ‘अफ़कार’ जैसे अहम रिसाले के सम्पादक के रूप में मशहूर हैं. उनकी पैदाइश 25 दिसम्बर 1919 को हुई. सैयद शराफ़त अली नाम था, सहबा तख़ल्लुस अपनाया. अमिरुद्दौला इस्लामिया कालेज लखनऊ और इस्माइल यूसुफ कालेज मुम्बई से शिक्षा प्राप्त की. लखनऊ के अदबी माहौल के असर से बहुत छोटी उम्र में ही शे’र कहने लगे थे. उनकी पहली ग़ज़ल साप्ताहिक ‘आफ़ताब’ में 1931 में प्रकाशित हुई. पहला काव्य संग्रह ‘माहपारे’ के नाम से 1940 में भोपाल से प्रकाशित हुआ.  
शायरी के साथ सहबा ने अच्छे आलोचनात्मक आलेख भी लिखे. 1958 में अस्रारुल्हक़ मजाज़ के व्यक्तित्व और शायरी पर उनकी एक किताब ‘मजाज़ एक आहंग’ के नाम से प्रकाशित हुई. ‘इक़बाल और भोपाल’ के नाम से भी एक शोधपूर्ण किताब लिखी. ‘बर्तानिया में उर्दू’ उनकी एक ऐसी किताब है जिसमें उन्होंने उर्दू के हवाले से भाषाविदों द्वारा किये गये कामों की विवेचना की है. सहबा ने बच्चों के लिए भी बहुत सी कहानियां लिखीं.

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