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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मतबा मुमताज़ुल मताबे, दिल्ली

मूल : नई दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1868

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 52

सहयोगी : सुंदरैया विग्नाना केन्द्रम, हैदराबाद

समर्थन : Dentsu (एक CSR पहल)

majmua'-e-chahal-e-rislal
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