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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : तस्कीन क़ुरैशी

प्रकाशक : अननोन आर्गेनाइजेशन

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1960

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 160

सहयोगी : दारुल मुसन्निफ़ीन शिबली अकादमी, आज़मगढ़

mata-e-taskeen
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लेखक: परिचय

तस्कीन क़ुरैशी, मोहम्मद यासीन (1899-1971) पुलिस की नौकरी में रहने के बावजूद ग़ज़ल कहते रहे। ‘अज़ीज़’लखनवी के शागिर्द थे। लोकप्रिय शाइर ‘जिगर’मुरादाबादी से गहरी दोस्ती थी। ज़िला एटा (उत्तर प्रदेश) के सोरों क़स्बे में पैदा हुए। आख़िरी दिन मेरठ में गुज़ारे।

 

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