Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अकबर हैदराबादी

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : सीमा पब्लिकेशंज़, नई दिल्ली

मूल : नई दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1981

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 196

सहयोगी : शारिब रुदौलवी

namu ki aag
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक: परिचय

लंदन में एक लम्बे समय से निवास कर रहे अकबर हैदराबादी (अकबर अली ख़ाँ) की गिनती ग़ज़ल और नज़्म के महत्वपूर्ण शायरों में होती है। उनकी पैदाइश 1925 में हैदराबाद में हुई, यहीं पर आरम्भिक शिक्षा प्राप्त की। उच्चा शिक्षा के लिए वह 1955 में आक्सफ़ोर्ड चले गये और फिर यहीं के हो रहे। आर्किटेक्ट के शैक्षिक व व्यवहारिक सफ़र में वह बराबर शे’र कहते रहे। उनके कई काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी शायरी के अंग्रेज़ी अनुवाद की दिलचस्पी से पढ़े गये।

अकबर हैदराबादी की शायरी परंपरा और नये सृजनात्मक अनुभवों के मध्य संतुलन का एक श्रेष्ठ उदाहरण है। ग़ज़ल के पारंपरिक रखरखाव के साथ उन्होंने इसमें बहुत से ताज़ा रंगो की वृद्धि की। उनकी नज़्में भी पाठक का ध्यान अपनी तरफ़ ख़ींचती हैं.

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए