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रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : आल-ए-अहमद सुरूर

संस्करण संख्या : 003

प्रकाशक : इदारा फ़रोग़-ए-उर्दू, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1955

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शोध एवं समीक्षा

उप श्रेणियां : आलोचना

पृष्ठ : 408

सहयोगी : अंजुमन तरक़्क़ी उर्दू (हिन्द), देहली

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पुस्तक: परिचय

آل احمد سرور کا شمار اردو کے سربرآوردہ نقادوں میں ہوتا ہے ۔ تنقید کی چار کتابوں کے علاوہ ایک شعری مجموعہ سلسبیل کے مصنف ہیں۔ ان کی خود نوشت " خواب باقی ہیں" بہت مشہور ہوئی ۔ زیر نظر کتاب جو کہ چند تنقیدی مضامین کا ایک مجموعہ ہے، جس میں انہوں نے منفرد نوعیت کی ناقدانہ بحث کی ہیں۔ کتاب میں شامل مضامین مختلف اوقات میں الگ الگ جرائد و رسائل میں چھپ چکے ہیں اور افادیت کے پیش نظر انہیں کتابی شکل دی جا رہی ہے ۔ اس میں نئے اور پرانے ہر قسم کے ادیبوں کے متعلق مضامین ہیں اور ان کا محققانہ تجزیہ پیش کیا گیا ہے۔ جن مضامین کا انتخاب کیا گیا ہے ان میں سے بیشتر قدرے طویل ہیں مگر مشمولات کی اہمیت کے پیش نظر اس گرانی کا تحمل مشکل نہیں ہوگا۔

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लेखक: परिचय

सुरूर, आल-ए-अहमद (1911-2002) उर्दू आलोचना को बौद्धिक तेज़ी, वैचारिक फैलाव और दृष्टि की व्यापकता देने वाले प्रमुख आलोचक और बुद्धिजीवी। बदायूँ (उत्तर प्रदेश) में जन्म। उर्दू और अंग्रेज़ी पर समान अधिकार। मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़ में उर्दू के प्रोफ़ेसर रहे।

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