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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मानी जायसी

प्रकाशक : मुंशी गुलाब सिंह प्रेस, लखनऊ

प्रकाशन वर्ष : 1953

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 201

सहयोगी : रामपुर रज़ा लाइब्रेरी,रामपुर

nuqoosh-e-maani
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लेखक: परिचय

मानी जायसी, सय्यद कल्ब-ए-अहमद (1885-1963) ज़िला गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में पैदाइश। तालीम ज़ियादा न हो सकी मगर शाइरी का सिलसिला बचपन से ही जारी हो गया, कि मिज़ाज में फ़ितरी मौसी क़ी मौजूद थी। कई नौकरियाँ कीं और आख़िरी दिन सरकारी वज़ीफ़े पर गुज़ारे।तस्नीम नाम की पत्रिका के संपादक भी रहे।


 

 

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