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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : लाला देबी परशाद

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : रिफ़ाह-ए-आम, सियालकोट

मूल : सियालकोट, पाकिस्तान

प्रकाशन वर्ष : 1877

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : अनुवाद

पृष्ठ : 56

सहयोगी : स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी, हैदराबाद

nuskha miratul-ulum
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