Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : हबीब तनवीर

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : दिल्ली किताब घर, दिल्ली

प्रकाशन वर्ष : 2013

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : आत्मकथा

पृष्ठ : 447

ISBN संख्यांक / ISSN संख्यांक : 978-93-82775-05-8

सहयोगी : शहपर रसूल

parda khulta hai
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

पुस्तक: परिचय

اردو ہندی کے ڈراما نگار اور ٹھیٹر ڈائریکٹر حبیب تنویر جو کہ اس آپ بیتی کے مصنف ہیں، انہوں نے اپنے کیریئر کا آغاز صحافت سے کیا، موسیقی اور شاعری سے بھی شغف رہا ، راجیہ سبھا کے رکن رہ چکے ہیں اور ملک کے اعلیٰ اعزازات سے بھی نوازے گئے ۔ ان کی زندگی میں بے شمار نشیب و فراز ہیں اور جیسا کہ وہ خود لکھتے ہیں کہ انسان نیکی و بدی کا مجموعہ ہے ۔ اس صورت میں اگر کوئی خود نوشت لکھی جائے اور اس میں ایسے واقعات کا انتخاب کرنا پڑے جن کا مصنف کی ذات پر گہرا اثر پڑتا ہو،بہت دشوار ہوتا ہے مگر ایمانداری یہی ہے کہ انہیں لکھ دیا جائے ۔ مصنف تصنیف کی فرضیت سے واقف ہیں اسی لئے انہوں نے بلا کسی ہچکچاہٹ کے سب کچھ اپنی اس آپ بیتی میں لکھ دیا ہے۔ حالانکہ اس حق گوئی کی وجہ سے کئی دوسرے اشخاص بھی صدمے کی زد میں آئے ،مگر انہوں نے آپ بیتی کے معیار کو نہ گرنے دینے کی ٹھان لی ۔ ان کے اسی عزم صیمیم کا نتیجہ ہے کہ ایک بہترین آب بیتی ہمارے سامنے ہے جس میں نئے اسلوب ، نئے انداز اور نئی لذت کا طرز تحریر موجود ہے ۔ اس کتاب سے نئی نسل کو رہنمائی ملنا یقینی ہے ۔ اندرون صفحہ مصنف کی تصویردیکھ کر ماضی کی یاد تازہ ہوجاتی ہے۔

.....और पढ़िए

लेखक: परिचय

मंच की दुनिया के लीजेंड, प्रख्यात नाटककार, निर्देशक, पटकथा-लेखक ,गीतकार और शायर हबीब अहमद खान को हबीब तनवीर के नाम से जाना जाता है । वो रायपुर में पैदा हुए और अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की । आल इंडिया रेडियो से भी जुड़े रहे।  इंग्लैंड में ड्रामा का तकनीकी  प्रशिक्षण प्राप्त किया । आगरा बाज़ार और चरण दास चोर उनके प्रसिद्ध नाटक हैं । आगरा बाजार में नज़ीर अकबर आबादी की शायरी, उनके व्यक्तित्व और उनके युग को  प्रस्तुत किया गया है । इसमें प्रशिक्षित कलाकारों के बजाय सड़कों और गलियों में संगीत वाद्ययंत्र और तमाशा दिखाने  वालों ने अपनी कला के जौहर दिखाए हैं । कहते हैं ये ड्रामा इसलिए भी यादगार है कि इसमें नया थिएटर के कलाकारों ने अपनी स्थानीय भाषा यानी छत्तीस गढ़ी में संवाद अदा किए थे । उन्होंने अपनी पत्नी मोनिका मिश्रा के साथ 'नया थिएटर 'के नाम से एक थिएटर  कंपनी की स्थापना की थी । गांधी, ब्लैक एंड व्हाइट और मंगल पांडे सहित हबीब ने नौ फिल्मों में अभिनय किया । राज्य  सभा के सदस्य भी बनाए गए । चरण दास चोर हबीब का सबसे लोकप्रिय नाटक था । ये  ड्रामा तीन दशकों तक भारत और यूरोप में स्टेज किया गया । पदम श्री और पदम भूषण सहित कई सम्मान उनको दिये गए । । प्रसिद्ध संगीतकार और अभिनेत्री नगीन तनवीर उन्हीं की बेटी हैं ।

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए