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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : शाकिर करीमी

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मकतबा-ए-इशारा, पटना

मूल : पटना, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1963

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : अफ़साना

पृष्ठ : 126

सहयोगी : बज़्म-ए-सदफ इंटरनेशनल

parde jab uth gaye
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