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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : रौनक़ अली

प्रकाशक : मतबा मुईन दकन, औरंगाबाद

मूल : औरंगाबाद, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1908

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : तज़्किरा / संस्मरण / जीवनी

पृष्ठ : 262

सहयोगी : ग़ालिब अकेडमी, देहली

rauzat-ul-aqtab
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