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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अब्दुल्लाह

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मोहम्मद वजीहुद्दीन

मूल : नई दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 2003

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : नज़्म

पृष्ठ : 101

सहयोगी : दारुल मुसन्निफ़ीन शिबली अकादमी, आज़मगढ़

ret ki lahrein
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पुस्तक: परिचय

جب درون کا شور دبانے کے لئے خود سے گفتگو کی گئی تو وہ شاعری بن گئی، ایک ایسا ہی مجموعہ جس میں زیادہ تر نظمیں شامل ہیں۔

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