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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अब्दुल वासे हांस्वी

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

मूल : कानपुर, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1888

भाषा : Persian

श्रेणियाँ : भाषा एवं साहित्य

उप श्रेणियां : भाषा

पृष्ठ : 83

सहयोगी : सुमन मिश्रा

risala-e-abdul wase
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