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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अब्दुल-वाजिद

संस्करण संख्या : 003

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, कानपुर

मूल : कानपुर, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1897

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 76

सहयोगी : ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी, पटना

risalah matloobul-talibeen
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