Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : फ़रीद रुख़ रोज़न

प्रकाशक : चापख़ाना काव्यानी, जर्मनी

मूल : जर्मनी

प्रकाशन वर्ष : 1925

भाषा : Persian

श्रेणियाँ : दर्शन / फ़िलॉसफ़ी, शाइरी

उप श्रेणियां : रुबाई

पृष्ठ : 274

सहयोगी : हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद

rubaiyaat-e-hakeem umar khayyam
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए