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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : जमाली देहलवी

प्रकाशक : मत्बा रिज़वी, दिल्ली

मूल : दिल्ली, भारत

भाषा : Persian

श्रेणियाँ : सूफ़ीवाद / रहस्यवाद

उप श्रेणियां : चिश्तिय्या, तज़किरा

पृष्ठ : 210

सहयोगी : जामिया हमदर्द, देहली

siyar-ul-aarfeen
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