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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : नवाब शाहजहाँ बेगम शाहजहाँ

प्रकाशक : मतबा मुफ़ीद-ए-आम, आगरा

मूल : आगरा, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1893

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी, महिलाओं की रचनाएँ

उप श्रेणियां : कविता, नज़्म

पृष्ठ : 467

सहयोगी : सौलत पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर (यू. पी.)

sidq-ul-bayan
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लेखक: परिचय

शीरीं, शाहजहाँ बेगम, नवाब भोपाल (1838-1930)रियासत भोपाल की हुक्मराँ थीं। शाइ’री का अच्छा ज़ौक़ था। उर्दू और फ़ारसी दोनों ज़बानों में शे’र कहती थीं। फ़ारसी में ‘शाहजहाँ’ तख़ल्लुस था। उनका दीवान 1872 में कानपुर से प्रकाशित हुआ।

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