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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : ग़ुलाम अली अाज़ाद बिलग्रामी

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : अल-मतबातुल-कौसर, आज़मगढ़

मूल : आज़मगढ़, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1980

भाषा : Arabic

श्रेणियाँ : इतिहास

उप श्रेणियां : भारत का इतिहास

पृष्ठ : 224

सहयोगी : ख़ानक़ाह मुनीमिया क़मरिया, पटना

subhatul marjan fi aasar-e-hindustan
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