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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : नवाब शाहजहाँ बेगम शाहजहाँ

प्रकाशक : मतबा मुफ़ीद-ए-आम, आगरा

मूल : आगरा, भारत

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : औषधि, महिलाओं की रचनाएँ

उप श्रेणियां : तिब्ब-ए-यूनानी

पृष्ठ : 479

सहयोगी : हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद

tahzeebun-niswan wa tarbiyatul-insan
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लेखक: परिचय

शीरीं, शाहजहाँ बेगम, नवाब भोपाल (1838-1930)रियासत भोपाल की हुक्मराँ थीं। शाइ’री का अच्छा ज़ौक़ था। उर्दू और फ़ारसी दोनों ज़बानों में शे’र कहती थीं। फ़ारसी में ‘शाहजहाँ’ तख़ल्लुस था। उनका दीवान 1872 में कानपुर से प्रकाशित हुआ।

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