aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
اردو ادب کی کئی تاریخیں منظر عام پر آچکی ہیں۔ہر تاریخ میں اردو زبان و ادب کی ابتد ااور ارتقا کا مختلف انداز میں جائزہ لیا گیا ہے۔پیش نظر علی جواد زیدی کی کتاب" تاریخ ادب کی تدوین " ہے۔جو مختلف تاریخوں کے تذکرہ کے ساتھ اردو زبان وادب کی تاریخ کو مدلل انداز میں مدون کرنے کی کامیاب سعی ہے۔
ज़ैदी, अली जव्वाद ज़ैदी (1916-2004) विचारधाराओं और साहित्यिक आन्दोलनों के बीच से गुज़रते हुए अपनी आवाज़ में बोलने वाले शाइरों में शामिल। आज़मगढ़ (उत्तर प्रदेश) में जन्म। उर्दू की बड़ी संस्थाओं में महत्वपूर्ण पदों पर रहे। शाइरी के अलावा साहित्य के इतिहास पर शोध-कार्य किया और आलोचना भी लिखी।
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