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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : रौशन अख़्तर काज़मी

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : रौशन अख़्तर काज़मी

मूल : दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1984

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 319

सहयोगी : दारुल मुसन्निफ़ीन शिबली अकादमी, आज़मगढ़

urdu me taveel nazm nigari ki riwayat aur irtiqa
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