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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अहमद रज़ा खां रज़ा

संस्करण संख्या : 002

प्रकाशक : मतबा अहल-ए-सुन्नत व जमाअत, बरैली

मूल : बरेली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1894

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 24

सहयोगी : ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी, पटना

समर्थन : Dentsu (एक CSR पहल)

washahul jayyed fi tahlili muaniqat-ul-eid
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