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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अब्दुल मजीद सालिक

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मतबूआत चट्टान, लाहौर

मूल : लाहौर, पाकिस्तान

प्रकाशन वर्ष : 1955

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : तज़्किरा / संस्मरण / जीवनी, शोध एवं समीक्षा

उप श्रेणियां : जीवनी

पृष्ठ : 237

सहयोगी : जामिया हमदर्द, देहली

yaran-e-kuhan
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लेखक: परिचय

सालिक, अब्दुल मजीद (1894-1959) प्रमुख साहित्यिक आलोचकों और पत्रकारों में शामिल। कई अख़बारों और पत्रिकाओं का संपादन किया। इक़बाल की शाइरी की व्याख्याके लिए मशहूर। शाइरी में ‘दाग़  देहलवी के प्रमुख शार्गिद, हयात बख़्श‘रसा’ के शार्गिद थे।


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