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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अब्दुर्रहमान जामई

संस्करण संख्या : 011

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1905

भाषा : Persian

श्रेणियाँ : शाइरी

पृष्ठ : 384

सहयोगी : सुमन मिश्रा

yusuf zulekha
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