aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
क़व्वाली की कला भारतीय सभ्यता की विरासत है, अगर आपको क़व्वाली ई-पुस्तक पसंद हैं तो रेख़्ता द्वारा संकलित यह सूची आपको पसंद आएगी।
Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi
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