है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा
रोचक तथ्य
फ़िल्म: सोलवाँ साल वर्ष: 1958 गुलूकार: हेमंत कुमार मूसीक़ार: एसडी बर्मन अदाकार: देव आनन्द,वहीदा रहमान
है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा
है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा
हसीनों ने बुलाया गले से भी लगाया
बहुत समझाया यही न समझा
बहुत भोला है बेचारा न जाने किस पे आएगा
है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा
'अजब है दीवाना न दर न ठिकाना
ज़मीं से बेगाना फ़लक से जुदा
ये इक टूटा हुआ तारा न जाने किस पे आएगा
है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा
ज़माना देखा सारा है सब का सहारा
ये दिल ही हमारा हुआ न किसी का
सफ़र में है ये बंजारा न जाने किस पे आएगा
है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा
हुआ जो कभी राज़ी तो मिला नहीं क़ाज़ी
जहाँ पे लगी बाज़ी वहीं पे हारा
ज़माने-भर का नाकारा न जाने किस पे आएगा
है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा
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