पाकिस्तान के नई पीढ़ी के प्रतिनिधि कथा लेखक, उपन्यास ‘मीरवाह की रातें’ के लिए प्रसिद्ध।
1912 -1955
विश्व-विख्यात उर्दू कहानीकार l 'ठंडा गोश्त', 'खोल दो', 'टोबा टेक सिंह', 'बू' आदि के रचयिता