आक़िब साबिर के शेर
फिर वही ख़्वाब वही ज़िद नहीं 'आक़िब-साबिर'
हम उसूलों से बग़ावत नहीं करने वाले
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
जो भी है दिल में आप के खुल कर बताइये हमें
कहते हैं आप ठीक हैं रहते हैं बे-क़रार से