तस्कीन क़ुरैशी, मोहम्मद यासीन (1899-1971) पुलिस की नौकरी में रहने के बावजूद ग़ज़ल कहते रहे। ‘अज़ीज़’लखनवी के शागिर्द थे। लोकप्रिय शाइर ‘जिगर’मुरादाबादी से गहरी दोस्ती थी। ज़िला एटा (उत्तर प्रदेश) के सोरों क़स्बे में पैदा हुए। आख़िरी दिन मेरठ में गुज़ारे।