आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kaa.nto.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "kaa.nto.n"
ग़ज़ल
आँखों में जो भर लोगे तो काँटों से चुभेंगे
ये ख़्वाब तो पलकों पे सजाने के लिए हैं
जाँ निसार अख़्तर
समस्त