आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "parda-sa.nj-e-zamzama-e-al-amaa.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "parda-sa.nj-e-zamzama-e-al-amaa.n"
ग़ज़ल
सुकूत-ए-अर्ज़-ओ-समा पर्दा-हा-ए-शोरिश-ए-दिल
खुला कि ग़लग़ला-ए-अल-अमाँ तो कुछ भी नहीं
हादिस सलसाल
नज़्म
ख़िराज-अक़ीदत
इक नया पैग़ंबर-ए-अम्न-ओ-अमाँ पैदा हुआ
कारवाँ में इक अमीर-ए-कारवाँ पैदा हुआ
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
आज भी
मैं हूँ 'मजाज़' आज भी ज़मज़मा-ए-संज-ओ-नग़्मा-ख़्वाँ
शाइर-ए-महफ़िल-ए-वफ़ा मुतरिब-ए-बज़्म-ए-दिलबराँ
असरार-उल-हक़ मजाज़
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "parda-sa.nj-e-zamzama-e-al-amaa.n"
ग़ज़ल
मिरी तक़दीर शिकवा-संज दौर-ए-आसमाँ क्यूँ हो
मिले जब दर्द में लज़्ज़त तलाश-ए-मेहरबाँ क्यूँ हो
तालिब बाग़पती
ग़ज़ल
मेरी दुनिया संग-ओ-आहन उन की दुनिया चांद-सितारे
अक़्ल कहाँ तक दामन खींचे इश्क़ कहाँ तक हाथ पसारे
नूर बिजनौरी
ग़ज़ल
जुनूँ जोश-ए-अमल है कर नया इस में असर पैदा
नए फ़र्हाद-ओ-तेशे हों नए कोह-ओ-कमर पैदा
वजाहत अली संदैलवी
ग़ज़ल
इज्तिबा रिज़वी
नज़्म
दिल हसीं है तो मोहब्बत भी हसीं पैदा कर
पहले तो हुस्न-ए-अमल हुस्न-ए-यक़ीं पैदा कर
फिर इसी ख़ाक से फ़िरदौस-ए-बरीं पैदा कर
जिगर मुरादाबादी
नज़्म
हुस्न-ए-अमल
टूट जाए जिन से तग़ईर-ए-ज़माना का फ़ुसूँ
वो यक़ीं पैदा करें वो हौसला पैदा करें