aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "urdu adab ghalib number shumara number 001 magazines"
इस मैग्ज़ीन से ये ग़ज़ल ‘‘दीन-ओ-दुनिया’’, दिल्ली में इस तम्हीद के साथ शाए हुई।‘‘फ़सीह-उल-मुल्क ख़ुदा-ए-सुख़न नवाब मिर्ज़ा असदुल्लाह ख़ाँ ग़ालिब रहमतुल्लाह अलैह की एक ग़ैर-मत्बूआ ग़ज़ल वो मुतबर्रक रुहानी तोहफ़ा जो अब तक मिर्ज़ा ग़ालिब के किसी दीवान या ज़मीमा में शाए नहीं हुआ और जो अमीर-उल-उमरा नवाब यार मोहम्मद ख़ाँ मरहूम के कुतुब-ख़ाना-ए-क़दीम से ब-ज़रीया-ए-ख़ास हासिल कर के दीन-ओ-दुनिया में शाए किया जा रहा है फिर अप्रैल 1939के हुमायूँ, लाहौर ने इस ग़ज़ल को शाए किया। और इसी पर्चे से मालिक राम ने इसे नक़्ल किया और इसके मक़्ते को ‘‘ज़िक्र-ए-ग़ालिब’’ के दूसरे ऐडीशन 1950ई. और तीसरे एडीशन 1955ई. में इस्तिमाल किया और अपने मुरत्तिबा ‘‘ दीवान-ए-ग़ालिब’’ (मत्बूआ 1957ई). में शामिल किया। लेकिन बाद में ये राज़ फ़ाश हुआ कि ये ग़ज़ल ग़ालिब की नहीं बल्कि अप्रैल फ़ूल का तोहफ़ा है। जिसने अपनी सह्र-कारियों से मुहक़्क़िक़ीन-ए- ग़ालिब के होश उड़ा दिए थे जिनमें दो बड़े नाम माहिरीन-ए-ग़ालिब मालिक राम और इम्तियाज़ अली अर्शी के हैं जिन्होंने अपने दवावीन-ए-ग़ालिब में इस ग़ज़ल को ग़ालिब की ग़ज़ल समझ कर शाए किया। इस हक़ीक़त का इन्किशाफ़ डॉक्टर ज्ञान चंद ने अपने मज़्मून ग़ालिब और भोपाल (उर्दू-ए-मुअल्ला, दिल्ली। ग़ालिब नम्बर) से किया।
Ghalib Number: Shumara Number-001
नियाज़ फ़तेहपुरी
निगार, लखनऊ
Ghalib Number : Shumara Number-001
जमीलुद्दीन आली
उर्दू, कराची
ग़ालिब नम्बर: शुमारा नम्बर-001
ख़्वाजा अहमद फ़ारूक़ी
उर्दू-ए-मुअल्ला, दिल्ली यूनिवर्सिटी
Ghalib Number: Shumara Number-007, 008
मोहम्मद हुसैन शम्स अल्वी
फ़रोग़-ए-उर्दू, लखनऊ
Shumara Number-001
वसीम फ़रहत अलीग
Mar, Oct 2015उर्दू, अमरावती
अल्ताफ़ हसन क़ुरैशी
Nov 1966उर्दू डाइजेस्ट
Shumara Number: 001
शाहिद माहुली
Jan 2010ग़ालिब नामा
रशीद हसन ख़ाँ
Jan 1987ग़ालिब नामा
डाक्टर नज़ीर अहमद
Jan 1998ग़ालिब नामा
डॉ. अक़ील अहमद
May, Dec 2006जहान-ए-ग़ालिब
असलम परवेज़
Mar 1998उर्दू अदब, दिल्ली
आल-ए-अहमद सुरूर
उर्दू अदब, अलीगढ़
सिद्दीक-उर-रहमान किदवई
Jan 2008ग़ालिब नामा
Jan 1996ग़ालिब नामा
शुमारा नम्बर-001
मुशफ़िक़ ख़्वाजा
तख़्लीक़ी अदब
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books