आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "नाम-ओ-निशाँ"
शेर के संबंधित परिणाम "नाम-ओ-निशाँ"
शेर
कोई नाम-ओ-निशाँ पूछे तो ऐ क़ासिद बता देना
तख़ल्लुस 'दाग़' है वो आशिक़ों के दिल में रहते हैं
दाग़ देहलवी
शेर
जो हर्फ़-ए-हक़ की हिमायत में हो वो गुम-नामी
हज़ार वज़्अ के नाम-ओ-निशाँ से अच्छी है
इफ़्तिख़ार आरिफ़
शेर
आज डूबा हुआ ख़ुशबू में है पैराहन-ए-जाँ
ऐ सबा किस ने ये पूछा है तिरा नाम-ओ-निशाँ