आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mastoorat"
शेर के संबंधित परिणाम "mastoorat"
शेर
अगर तेरी ख़ुशी है तेरे बंदों की मसर्रत में
तो ऐ मेरे ख़ुदा तेरी ख़ुशी से कुछ नहीं होता
हरी चंद अख़्तर
शेर
आप की हस्ती में ही मस्तूर हो जाता हूँ मैं
जब क़रीब आते हो ख़ुद से दूर हो जाता हूँ मैं
आतिश बहावलपुरी
शेर
दोनों हाथों से मसर्रत को लुटाया है 'हबीब'
ग़म की दौलत तो मगर तुम से लुटाई न गई
जयकृष्ण चौधरी हबीब
शेर
मैं क्या कहूँ उस नग़मा-ए-मस्तूर की तस्वीर
आवाज़ से खींची है तिरी नूर की तस्वीर