आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "مجنون"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "مجنون"
ग़ज़ल
'बेदम' कहें क्या किस तरह रहे मर मर के जिए जी जी के मरे
दर-मंज़िल-ए-इशक़श दर-बदरे मजनून-ए-शोरीदा-सरे
बेदम शाह वारसी
ग़ज़ल
मजनून-ए-बे-ख़िरद ने दी जाँ ब-ना-उमीदी
लैला का देखते ही महमिल तड़प तड़प कर
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
ग़ज़ल
मा'नी-ओ-मफ़्हूम क्या हों 'इश्क़ के मज़मून में
जिस तरह कोई ख़याल आए दिल-ए-मजनून में
बिस्मिल सईदी
ग़ज़ल
बयाबाँ मर्ग है मजनून-ए-ख़ाक-आलूदा-तन किस का
सिए है सोज़न-ए-ख़ार-ए-मुग़ीलाँ तू कफ़न किस का