आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ".gwfz"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम ".gwfz"
ग़ज़ल
दिल की तसल्ली जब कि होगी गुफ़्त ओ शुनूद से लोगों की
आग फुंकेगी ग़म की बदन में उस में जलिए भुनिएगा
मीर तक़ी मीर
ग़ज़ल
है बुल-अजब ये ज़मज़मा-ए-सौत-ए-सरमदी
किस तरह आए मा'रिज़-ए-गुफ़्त-ओ-शुनूद में
पंडित जवाहर नाथ साक़ी
ग़ज़ल
कौन सा वो जादू है जिस से ग़म की अँधेरी सर्द गुफा में
लाख निसाई साँस दिलों के रोग मिटाने आ जाते हैं
मुनीर नियाज़ी
ग़ज़ल
तर्क इन दिनों जो यार से गुफ़्त-ओ-शुनीद है
हम को मोहर्रम और रक़ीबों को ईद है
मियाँ दाद ख़ां सय्याह
ग़ज़ल
गुफ़्त-ओ-गू में ये नज़ाकत है कि अल्लाह अल्लाह
एक इक हर्फ़ भी मुश्किल से अदा होता है
सफ़ी औरंगाबादी
ग़ज़ल
मुमकिन है ख़ूब खुल के हो गुफ़्त-ओ-शुनीद आज
वो भी ख़फ़ा है हम भी हैं कुछ बद-गुमान से