आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "adabi khutoot e ghalib mirza ghalib ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "adabi khutoot e ghalib mirza ghalib ebooks"
ग़ज़ल
तुम अपने शिकवे की बातें न खोद खोद के पूछो
हज़र करो मिरे दिल से कि इस में आग दबी है
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
समा सकता नहीं पहना-ए-फ़ितरत में मिरा सौदा
ग़लत था ऐ जुनूँ शायद तिरा अंदाज़ा-ए-सहरा
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
वो जो महव थे सर-ए-आइना पस-ए-आइना भी तो देखते
कभी रौशनी में वो तीरगी को छुपा हुआ भी तो देखते
नजमा ख़ान
ग़ज़ल
अदब में मुद्दई-ए-फ़न तो बे-शुमार मिले
मगर न 'मीर' के 'ग़ालिब' के विर्सा-दार मिले