aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "jaun"
उम्र गुज़रेगी इम्तिहान में क्यादाग़ ही देंगे मुझ को दान में क्या
नया इक रिश्ता पैदा क्यूँ करें हमबिछड़ना है तो झगड़ा क्यूँ करें हम
कितने ऐश से रहते होंगे कितने इतराते होंगेजाने कैसे लोग वो होंगे जो उस को भाते होंगे
बे-क़रारी सी बे-क़रारी हैवस्ल है और फ़िराक़ तारी है
हालत-ए-हाल के सबब हालत-ए-हाल ही गईशौक़ में कुछ नहीं गया शौक़ की ज़िंदगी गई
बे-दिली क्या यूँही दिन गुज़र जाएँगेसिर्फ़ ज़िंदा रहे हम तो मर जाएँगे
ठीक है ख़ुद को हम बदलते हैंशुक्रिया मश्वरत का चलते हैं
तुम्हारा हिज्र मना लूँ अगर इजाज़त होमैं दिल किसी से लगा लूँ अगर इजाज़त हो
अपने सब यार काम कर रहे हैंऔर हम हैं कि नाम कर रहे हैं
गाहे गाहे बस अब यही हो क्यातुम से मिल कर बहुत ख़ुशी हो क्या
सर ही अब फोड़िए नदामत मेंनींद आने लगी है फ़ुर्क़त में
इक हुनर है जो कर गया हूँ मैंसब के दिल से उतर गया हूँ मैं
मैं तुम्हारे ही दम से ज़िंदा हूँमर ही जाऊँ जो तुम से फ़ुर्सत हो
एक ही मुज़्दा सुब्ह लाती हैधूप आँगन में फैल जाती है
अभी इक शोर सा उठा है कहींकोई ख़ामोश हो गया है कहीं
बहुत दिल को कुशादा कर लिया क्याज़माने भर से वा'दा कर लिया क्या
सीना दहक रहा हो तो क्या चुप रहे कोईक्यूँ चीख़ चीख़ कर न गला छील ले कोई
बड़ा एहसान हम फ़रमा रहे हैंकि उन के ख़त उन्हें लौटा रहे हैं
नए कपड़े बदल कर जाऊँ कहाँ और बाल बनाऊँ किस के लिएवो शख़्स तो शहर ही छोड़ गया मैं बाहर जाऊँ किस के लिए
उस की ख़ुशियों से जलने वाला 'जौन'अपनी ईज़ा-दही को भूल गया
Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi
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