आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "khichii"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "khichii"
ग़ज़ल
तो क्या ऐ ज़ाहिद-ए-ख़ुश्क उस की अज़्मत जान सकता है
क़लम से मौज-ए-कौसर के खिची तस्वीर-ए-मय-ख़ाना
दत्तात्रिया कैफ़ी
ग़ज़ल
तमाशा जांकनी का क्यूँ न देखा देख तो लेते
रगें जितनी खिची थीं दम भी उतना ही खिचा होगा
जावेद लख़नवी
ग़ज़ल
कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी
दिल को ख़ुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भी
परवीन शाकिर
ग़ज़ल
दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार कोई हमें सताए क्यूँ
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
'मीर' के दीन-ओ-मज़हब को अब पूछते क्या हो उन ने तो
क़श्क़ा खींचा दैर में बैठा कब का तर्क इस्लाम किया
मीर तक़ी मीर
ग़ज़ल
उस मय से नहीं मतलब दिल जिस से है बेगाना
मक़्सूद है उस मय से दिल ही में जो खिंचती है