आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kunwar tani"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "kunwar tani"
ग़ज़ल
वो जीने भी नहीं देता वो मरने भी नहीं देता
वो मुझ को अपने पहलू में ठहरने भी नहीं देता
कुँवर तानी
ग़ज़ल
ऐ जमाल-ए-फ़न उसे मत रो कि तन-आसान था
तेरी दुनियाओं का 'ख़ावर' सर्फ़-ए-दुनिया हो गया
अय्यूब ख़ावर
ग़ज़ल
उलझे उलझे उस के गेसू चेहरे पर वहशत तारी
ऐसा लगता है अब 'ख़ावर' जैसे हो दीवाना सा
खुर्शीद खावर अमरोहवी
ग़ज़ल
इन अश्कों को पानी कहना भूल नहीं नादानी है
तन-मन में जो आग लगा दे ये तो ऐसा पानी है