आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sabaat"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "sabaat"
ग़ज़ल
ज़माँ मकाँ है फ़क़त मद्द-ओ-जज़्र-ए-जोश-ए-हयात
बस एक मौज की हैं झलकियाँ क़रार-ओ-सबात
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "sabaat"
ज़माँ मकाँ है फ़क़त मद्द-ओ-जज़्र-ए-जोश-ए-हयात
बस एक मौज की हैं झलकियाँ क़रार-ओ-सबात
Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here