आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "urdu mein qaseeda nigari abu mohammad sahar ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "urdu mein qaseeda nigari abu mohammad sahar ebooks"
ग़ज़ल
मुख़्तसर से मुख़्तसर ये इश्क़ का अंजाम है
हर तमन्ना मुज़्तरिब हर आरज़ू नाकाम है
नज़ीर मोहम्मद आरज़ू जयपुरी
ग़ज़ल
कभी दिल में उतर जाना कभी दिल से उतर जाना
यही है दिलबरी उन की मिरा घुट घुट के मर जाना
आफ़ताब राँझा
ग़ज़ल
लड़ाएँ आँख वो तिरछी नज़र का वार रहने दें
लड़कपन है अभी नाम-ए-ख़ुदा तलवार रहने दें
बेख़ुद देहलवी
ग़ज़ल
किस तरह चैन से दम भर शब-ए-फ़ुर्क़त में रहे
हाए वो दिल जो तिरे वस्ल की हसरत में रहे
राजा नौशाद अली ख़ान
ग़ज़ल
बन के किस शान से बैठा सर-ए-मिंबर वाइ'ज़
नख़वत-ओ-उज्ब हयूला है तो पैकर वाइ'ज़