आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ज़र्रात"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ज़र्रात"
नज़्म
ज़र्रात का बोसा लेने को सौ बार झुका आकाश यहाँ
ख़ुद आँख से हम ने देखी है बातिल की शिकस्त-ए-फ़ाश यहाँ
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
ज़र्रात में कलियर के फ़रोज़ाँ तिरी तस्वीर
हांसी की फ़ज़ाओं में तिरे कैफ़ की तासीर
जगन्नाथ आज़ाद
नज़्म
इब्न-ए-मरयम का वो जल्वा जो कलीसा में नहीं
रांदा-ए-मौज भी हैं मुजरिम-ए-ज़र्रात भी हैं
मुस्तफ़ा ज़ैदी
नज़्म
साग़र निज़ामी
नज़्म
इल्म-ओ-फ़न के मोतियों पे जम गया गर्द-ओ-ग़ुबार
ख़ाक के ज़र्रात में मल्बूस दुरदाने हैं हम
तालिब चकवाली
नज़्म
इक उमीद-ए-सुब्ह नूरानी अँधेरी रात में
मेहर-ए-ताबिंदा का जल्वा सीना-ए-ज़र्रात में
ज़फ़र अहमद सिद्दीक़ी
नज़्म
उड़ रहे हैं इस तरह मौज-ए-हवा के साथ में
जान गोया पड़ गई है ख़ाक के ज़र्रात में