आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "मुश्किलें"
नज़्म के संबंधित परिणाम "मुश्किलें"
नज़्म
मुश्किलें राह-ए-मोहब्बत में न हाइल होंगी
मैं ने सोचा था कि इस बार निगाहों के सलाम
कफ़ील आज़र अमरोहवी
नज़्म
यानी सुल्ह-ओ-आश्ती का दें हम आपस में पयाम
मुश्किलें आसान हों बिगड़े हुए बन जाएँ काम
सफ़ीर काकोरवी
नज़्म
ग़म के तराने छोड़ के ख़ुशियों के गीत गा
मुश्किल को सहल करते हैं आह-ओ-फ़ुग़ाँ कहीं
जयकृष्ण चौधरी हबीब
नज़्म
मुश्किलें ज़ेवर हैं हुस्न-ए-ज़िंदगानी के लिए
रंज-ओ-ग़म ग़ाज़ा हैं रू-ए-शादमानी के लिए
नख़्शब जार्चवि
नज़्म
एक दिल और मुश्किलें इतनी कि मुश्किल है बयाँ
या-अली आसान क्यूँकर हों दम-ए-इमदाद है
मंझू बेगम लखनवी
नज़्म
ज़िंदगी के साग़रों में मुंतक़िल कर दे उन्हें
गर्दिशें तूफ़ान ने देखी हैं जो गिर्दाब में
सय्यद वहीदुद्दीन सलीम
नज़्म
हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा-वर पैदा
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
उस रोज़ हमें मालूम हुआ उस शख़्स का मुश्किल समझाना
इस बस्ती के इक कूचे में इक 'इंशा' नाम का दीवाना