आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "लड़ाई"
नज़्म के संबंधित परिणाम "लड़ाई"
नज़्म
ये चर्ख़-ए-जब्र के दव्वार-ए-मुमकिन की है गिरवीदा
लड़ाई के लिए मैदान और लश्कर नहीं लाज़िम
जौन एलिया
नज़्म
जिस कल की ख़ातिर जीते-जी मरते रहे वो कल आ न सका
लेकिन ये लड़ाई ख़त्म नहीं ये जंग न होगी बंद कभी
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
तीन बार लड़ चुके लड़ाई कितना महँगा सौदा
रूसी बम हो या अमरीकी ख़ून एक बहना है