आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "jaa-ba-jaa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "jaa-ba-jaa"
नज़्म
जा-ब-जा रक़्स में आने लगे चाँदी के भँवर
चाँद के हाथ से तारों के कँवल गिर गिर कर
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
जा-ब-जा आबादियों में आग सी लग जाएगी
तोड़ कर बेड़ी निकल आएँगे ज़िंदाँ से असीर
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
तेज़ी-ए-रफ़्तार के सिक्के जमाती जा-ब-जा
दश्त ओ दर में ज़िंदगी की लहर दौड़ाती हुई
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
हर इक दुकाँ में चराग़ों की हो रही है बहार
सभों को फ़िक्र है अब जा-ब-जा दिवाली का
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
बुलबुलें चहकारती हैं शाख़-ए-गुल पर जा-ब-जा
बुलबुलें क्या फ़िल-हक़ीक़त चहचहाती है बहार
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
जा-ब-जा क़ुमरी-ओ-बुलबुल की सदा शोर-अफ़्गन
वाँ भी देखा तो फ़क़त गुल है खिला पैसे का