आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kulliyat e hafeez jalandhari ebooks"
नज़्म के संबंधित परिणाम "kulliyat e hafeez jalandhari ebooks"
नज़्म
लहद में सो रही है आज बे-शक मुश्त-ए-ख़ाक उस की
मगर गर्म-ए-अमल है जागती है जान-ए-पाक उस की
हफ़ीज़ जालंधरी
नज़्म
फ़ित्ना-ए-ख़ुफ़ता जगाए उस घड़ी किस की मजाल
क़ैद हैं शहज़ादियाँ कोई नहीं पुर्सान-ए-हाल
हफ़ीज़ जालंधरी
नज़्म
सियाही बन के छाया शहर पर शैतान का फ़ित्ना
गुनाहों से लिपट कर सो गया इंसान का फ़ित्ना