आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mausiiqii"
नज़्म के संबंधित परिणाम "mausiiqii"
नज़्म
मैं ने ये माना ग़म-ए-हस्ती मिटा सकता है तू
मैं ने माना तेरी मौसीक़ी है इतनी पुर-असर
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
रश्क-ए-शीराज़-कुहन हिन्दोस्ताँ की आबरू
सर-ज़मीन-ए-हुस्न-ओ-मौसीक़ी बहिश्त-ए-रंग-ओ-बू
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
लम्बी चोटी वाली लड़की सब को धोका देती है
मौसीक़ी की रसिया माैसीक़ारों को डस लेती है
ख़ातिर ग़ज़नवी
नज़्म
तुम्हारे सीने से फूटती आबशार की मौसीक़ी ने
मेरी ज़ख़्मी समाअत को सुरीला गीत बना दिया