aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "parhez-gaar"
किसी ने झाँक कर कहापराए घर से जाइए
नहीं ये अहद और है साक़ीअहल-ए-यूरोप का दौर है साक़ी
ख़ाली हाथ चले आए होक्या करने परदेस गए थे
हम फटक सकते नहीं परहेज़-गारी के क़रीबअक़्ल-मंद आते नहीं ईमान-दारी के क़रीब
कोईशिकायत
गोशा-नशीनी के चिल्लों से परहेज़फीके ज़माने की तस्बीह के तय-शुदा सब वज़ीफ़ों से बे-लज़्ज़ती
जा-नमाज़ें हमेशा के लिए तह कर दी गईंजाने इतने बरसों इक पराए घर में
एक भरे घर के आँगन मेंफूल खिले हैं
अंध से भरे बिस्तर परअपने बे-तरतीब कपड़ों में छुपी और नाछुपी
चिड़िया चरख़ा कातेचूहा मोती टाँके
दोस्ती कहाँ जाए?उस की आस्तीनों से
काँच की बोतलेंटूट कर गिर पड़ीं
(2)मत रो बच्चे
पीले घर सब्ज़ पेड़ नीले पहाड़टुकड़े बादल के तख़्ते फूलों के
ये कैसे लोग हैंसहरा से
शख़्सियतहाथों में काँपी
तेरी जन्नत से बहुत बेहतर हैमेरे महबूब का घर
समझा के ख़्वाहिशों को तमन्ना की धूप मेंवो आ गई है मेरे मकाँ के सराब में
सब्ज़ पत्तेख़ुश्क हो कर
कहा दरख़्त ने इक रोज़ मुर्ग़-ए-सहरा सेसितम पे ग़म-कदा-ए-रंग-ओ-बू की है बुनियाद
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