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शायरों,कलाकारों और लेखकों के वीडियो
रेख़्ता स्टूडियो समस्त
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इरफ़ान सत्तार
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फ़हद हुसैन
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रहमान फ़ारिस
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अंबरीन हसीब अंबर
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फ़रहत एहसास
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ज़िया मोहीउद्दीन
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Basir Sultan Kazmi in conversation with Obaid Siddiqui at Rekhta Studio बासिर सुल्तान काज़मी
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Pirzada Qasim in conversation with Dr. Zamarrud Mughal for Rekhta.org पीरज़ादा क़ासीम
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Zara apne pairon se hawa ke jute utaar शबनम अशाई
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Ye nashe aagahi khatarnak hai sar mein मोहम्मद आज़म
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Talab karegi jaan aarzoo ki jaan aarzoo मोहम्मद आज़म
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Subuk mujhko mohabbat mein मोहम्मद आज़म
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Kuch garaz humko nahin hai ke kahan le jaaye मोहम्मद आज़म
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Kamaan sonp ke dushman ko apne lashkar ki मोहम्मद आज़म
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रेखा भारद्वाज
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उमैर मंज़र उमैर मंज़र
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जॉन काडवेल जॉन काडवेल
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जॉन काडवेल जॉन काडवेल
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शहपर रसूल शहपर रसूल
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ख़ालिद महमूद ख़ालिद महमूद
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अफ़रोज़ ताज अफ़रोज़ ताज
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अफ़रोज़ ताज अफ़रोज़ ताज
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राशिद जमाल फ़ारूक़ी राशिद जमाल फ़ारूक़ी
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राशिद जमाल फ़ारूक़ी राशिद जमाल फ़ारूक़ी
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रियाज़ लतीफ़ रियाज़ लतीफ़
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रियाज़ लतीफ़ रियाज़ लतीफ़
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रउफ़ रज़ा रउफ़ रज़ा
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मुनीर हमदम मुनीर हमदम
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राग़िब अख़्तर राग़िब अख़्तर
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शहबाज़ नदीम ज़ियाई शहबाज़ नदीम ज़ियाई
शायरसमस्त
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बहुत दिनों से मिरे बाम-ओ-दर का हिस्सा है ख़ुशबीर सिंह शाद
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दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद जिगर मुरादाबादी
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इक़बाल अशहर इक़बाल अशहर
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इंटरनेट-स्थान की मलिका सरवत ज़ेहरा
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एक ही आवाज़ पर वापस पलट आएँगे लोग किश्वर नाहीद
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अज़ीज़ इतना ही रक्खो कि जी सँभल जाए उबैदुल्लाह अलीम
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Gulzar Dehlvi (Reciting poetry_Part 1) गुलज़ार देहलवी
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Qatiil Shifai reading in a mushaira क़तील शिफ़ाई
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चलने का हौसला नहीं रुकना मुहाल कर दिया परवीन शाकिर
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यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो बशीर बद्र
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दस्तूर हबीब जालिब
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अकेले हैं वो और झुँझला रहे हैं ख़ुमार बाराबंकवी
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हम को जुनूँ क्या सिखलाते हो हम थे परेशाँ तुम से ज़ियादा मजरूह सुल्तानपुरी
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फ़रहत एहसास फ़रहत एहसास
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अब भी तौहीन-ए-इताअत नहीं होगी हम से इफ़्तिख़ार आरिफ़
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जब लगें ज़ख़्म तो क़ातिल को दुआ दी जाए जाँ निसार अख़्तर
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दुख फ़साना नहीं कि तुझ से कहें अहमद फ़राज़
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ज़िंदगी जैसी तवक़्क़ो' थी नहीं कुछ कम है शहरयार
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शारिक़ कैफ़ी शारिक़ कैफ़ी
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नशात-ए-दर्द के मौसम में गर नमी कम है पी पी श्रीवास्तव रिंद
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वो भी सराहने लगे अर्बाब-ए-फ़न के बा'द कैफ़ी आज़मी
ग़ज़ल गायकसमस्त
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रौशन जमाल-ए-यार से है अंजुमन तमाम हसरत मोहानी
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रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ अहमद फ़राज़
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देख तो दिल कि जाँ से उठता है मीर तक़ी मीर
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आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा अहमद फ़राज़
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शाम-ए-फ़िराक़ अब न पूछ आई और आ के टल गई जिगर मुरादाबादी
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हम हैं मता-ए-कूचा-ओ-बाज़ार की तरह मजरूह सुल्तानपुरी
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दाइम पड़ा हुआ तिरे दर पर नहीं हूँ मैं मिर्ज़ा ग़ालिब
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न किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का क़रार हूँ मुज़्तर ख़ैराबादी
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साज़ ये कीना-साज़ क्या जानें दाग़ देहलवी
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वही मेरी कम-नसीबी वही तेरी बे-नियाज़ी अल्लामा इक़बाल
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आए कुछ अब्र कुछ शराब आए फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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ये मो'जिज़ा भी मोहब्बत कभी दिखाए मुझे क़तील शिफ़ाई
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे शकील बदायूनी
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उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया मीर तक़ी मीर
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दर्द से मेरे है तुझ को बे-क़रारी हाए हाए मिर्ज़ा ग़ालिब
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दिल गया तुम ने लिया हम क्या करें दाग़ देहलवी
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तिरे ग़म को जाँ की तलाश थी तिरे जाँ-निसार चले गए फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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गुल फेंके है औरों की तरफ़ बल्कि समर भी मोहम्मद रफ़ी सौदा
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तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है कैफ़ भोपाली
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शमशीर-ए-बरहना माँग ग़ज़ब बालों की महक फिर वैसी ही बहादुर शाह ज़फ़र
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तुम आए हो न शब-ए-इंतिज़ार गुज़री है फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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रहिए अब ऐसी जगह चल कर जहाँ कोई न हो मिर्ज़ा ग़ालिब
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वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो मोमिन ख़ाँ मोमिन
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गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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असर उस को ज़रा नहीं होता मोमिन ख़ाँ मोमिन
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नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तुजू ही सही फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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चलते हो तो चमन को चलिए कहते हैं कि बहाराँ है मीर तक़ी मीर
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हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं मिर्ज़ा ग़ालिब
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हम ही में थी न कोई बात याद न तुम को आ सके हफ़ीज़ जालंधरी
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कभी शाख़ ओ सब्ज़ा ओ बर्ग पर कभी ग़ुंचा ओ गुल ओ ख़ार पर जिगर मुरादाबादी
इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट्री फिल्मेंसमस्त
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इरफ़ान सत्तार
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फ़हद हुसैन
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रहमान फ़ारिस
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अंबरीन हसीब अंबर
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फ़रहत एहसास
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ज़िया मोहीउद्दीन
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Basir Sultan Kazmi in conversation with Obaid Siddiqui at Rekhta Studio बासिर सुल्तान काज़मी
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Pirzada Qasim in conversation with Dr. Zamarrud Mughal for Rekhta.org पीरज़ादा क़ासीम
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Zara apne pairon se hawa ke jute utaar शबनम अशाई
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Ye nashe aagahi khatarnak hai sar mein मोहम्मद आज़म
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उमैर मंज़र उमैर मंज़र
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जॉन काडवेल जॉन काडवेल
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शहपर रसूल शहपर रसूल
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ख़ालिद महमूद ख़ालिद महमूद
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अफ़रोज़ ताज अफ़रोज़ ताज
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राशिद जमाल फ़ारूक़ी राशिद जमाल फ़ारूक़ी
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रियाज़ लतीफ़ रियाज़ लतीफ़
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मुनीर हमदम मुनीर हमदम
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राग़िब अख़्तर राग़िब अख़्तर
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शहबाज़ नदीम ज़ियाई शहबाज़ नदीम ज़ियाई
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श्रद्धा मोहन श्रद्धा मोहन
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त्रिपुरारी कुमार शर्मा त्रिपुरारि
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विनीत राजा विनीत राजा
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ताबिश मेहदी ताबिश मेहदी
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नोमान शौक़ नोमान शौक़
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मुमताज़ नसीम मुमताज़ नसीम
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शकील जमाली शकील जमाली
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महेंद्र कुमार सानी.. महेंद्र कुमार सानी
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ग़ालिब अयाज़ ग़ालिब अयाज़
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हसन काज़मी हसन काज़मी
फ़िल्मी ग़ज़लेंसमस्त
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बंजारा-नामा Mukesh
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Khuda ka shukr sahare baghair beet gai Anwar Shuoor
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सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं Gayatri Asokan
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फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया Kundan Lal Saigal
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किसी की याद में दुनिया को हैं भुलाए हुए Mohammad Rafi
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आप की याद आती रही रात भर Chaya Ganguly
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Shaam-e-gham ki qasam Talat Mahmood
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मकान Kaifi Azmi
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khaali haath shaam aayi hai Asha Bhosle
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Ganga Jamuna Eid Milan Mushaira Munawwar Rana
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ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया Begum Akhtar
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सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यूँ है Suresh Wadekar
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यूँ हसरतों के दाग़ मोहब्बत में धो लिए Lata Mangeshkar
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दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है Anuradha Paudwal
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Tumko dekhta to ye khayal aaya Jagjit Singh
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ये दिल ये पागल दिल मिरा क्यूँ बुझ गया आवारगी Ghulam Ali
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Phir chhidi raat baat phulon ki Talat Aziz
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Zareef Jabalpuri
ज़िया मोहीउद्दीन वीडियोसमस्त
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Wajid Ali Shah Akhtar
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Ghalib aur Mein-Zia Mohyeddin
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Josh Malihabadi
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Mushtaq Ahmad Yousufi
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Mirza Rafi Sauda
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Zia's Monologue
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Allama Iqbal
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"Shakespeare aur Main"
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Zia reads Mir Taqi Mir
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Intizar Hussain
इल्म-ए-अरूज़समस्त
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Lecture 1 Introduction
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Lecture 10 Bahr-e-Mutadarik
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Lecture 11 Bahr-e-Muzare
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Lecture 12 Bahr-e-Mujtas
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Lecture 13 Bahr-e-Munsarah
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Lecture 14 Bahr-e-Muqtazib
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Lecture 15 Bahr-e-Saree
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Lecture 16 Bahr-e-Khafif
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Lecture 17 Bahr-e-Qarib
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Lecture 18 Bahr-e-Jadid
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Lecture 19 Bahr-e-Mushakil
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Lecture 2 Ahang ki mizaan urooz hai
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Lecture 20 Bahr-e-Taweel
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Lecture 21 Bahr-e-Madid
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Lecture 22 Bahr-e-Baseet
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Lecture 23 Qafiya aur Radeef
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Lecture 24 Taqteeh
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Lecture 25 Sher Goi
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Lecture 3 Aroozi Arkan
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Lecture 4 Bahr-e-Hazaj
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Lecture 5 Bahr-e-Rajaz
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Lecture 6 Bahr-e-Ramal
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Lecture 7 Bahr-e-Kamil
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Lecture 8 Bahr-e-Wafir
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Lecture 9 Bahr-e-Mutaqarib