Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Hina Rizwi's Photo'

हिना रिज़्वी

लखनऊ, भारत

उर्दू शायरी की उभरती हुई अहम निसाई आवाज़ों में शामिल

उर्दू शायरी की उभरती हुई अहम निसाई आवाज़ों में शामिल

हिना रिज़्वी का परिचय

मूल नाम : हिना रिज़्वी हैदर

जन्म :लखनऊ, उत्तर प्रदेश

हिना रिज़वी हैदर, उर्दू शायरी की एक उभरती हुई आवाज़, लखनऊ जैसे तहज़ीबी और अदबी तौर पर समृद्ध शहर से तअल्लुक़ रखती हैं, जो उर्दू अदब और रिवायत का एक तारीख़ी मर्कज़ रहा है। एक अदबी माहौल में परवरिश पाने वाली हिना का शायरी से रिश्ता तक़रीबन लाज़मी था, जहाँ उनके वालिद उर्दू अकादमी, लखनऊ से वाबस्ता थे और उनकी वालिदा उर्दू अदब में पी.एच.डी. के साथ एक लेक्चरर थीं।
सियासियात में पोस्टग्रेजुएट हिना अपनी ननिहाल के शायरी के विरसे को आगे बढ़ा रही हैं। उनके नाना, चौधरी इतरत हुसैन 'आशिक़ी', एक मक़बूल और ‘साहिब-ए-दीवान’ शायर थे। उनकी शायरी के विषय मोहब्बत और सियासत से लेकर समाजी समस्याओं तक फैले हुए हैं, जो उनकी हमागीरियत और शायराना गहराई को ज़ाहिर करते हैं।
हिना का पहला शेरी मजमूआ ‘रंग-ए-हिना’ उनके अदबी हुनर का नमूना है और इसे काफ़ी सराहा गया है। वह अक्सर अपने कलाम की पेशकश आल इंडिया रेडियो, मुख़्तलिफ़ टीवी, रेडियो चैनलों और रेख़्ता जैसे अदबी प्लेटफ़ाॅर्म्स पर पेश करती हैं।

Recitation

Rekhta Gujarati Utsav I Vadodara - 5th Jan 25 I Mumbai - 11th Jan 25 I Bhavnagar - 19th Jan 25

Register for free
बोलिए